पशु बीमा योजना को बिहार राज्य के डेयरी विकास निदेशालय द्वारा शुरू किया गया है। इस योजना का उद्देश्य दुग्ध उत्पादक गायों (दूध देने वाली गायों) को गंभीर बीमारियों जैसे पुरानी त्वचा रोग, HSBQ (हैमोरेजिक सेप्टिकिमिया और ब्लैक क्वार्टर) से बीमा करना है। इसके साथ ही, गायों की मृत्यु की स्थिति में किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है, ताकि वे पशुधन बीमा के माध्यम से होने वाले वित्तीय नुकसान से बच सकें। यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुधारने में भी मदद करती है।
मुख्य उद्देश्य:
- आर्थिक उन्नति: इस योजना से बिहार के पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
- पूंजी निर्माण: यह योजना किसानों के लिए पूंजी निर्माण में मदद करेगी।
- व्यवसाय प्रबंधन: डेयरी व्यवसाय को बेहतर तरीके से चलाने में किसानों को सहायता मिलेगी।
- दीर्घकालिक लक्ष्य: इस योजना से दीर्घकालिक सामाजिक और आर्थिक लक्ष्य प्राप्त किए जाएंगे।
लाभ:
- अधिकतम बीमा राशि: प्रत्येक मिल्क कैटल के लिए अधिकतम बीमा राशि ₹60,000 निर्धारित की गई है।
- बीमा प्रीमियम: कुल बीमा प्रीमियम 3.5% (₹2,100) है।
- राज्य सरकार की सहायता: राज्य सरकार बीमा प्रीमियम का 75% (₹1,575) देती है, जबकि किसान को 25% (₹525) का भुगतान करना होता है।
- बीमा अवधि: बीमा की अवधि एक वर्ष होती है।
- गायों का पहचान टैग: बीमाकर्ता कंपनी प्रत्येक गाय में एक डेटा इयर टैग लगाएगी।
- किसान की जिम्मेदारी: बीमित गाय की सुरक्षा और देखभाल का जिम्मा लाभार्थी (किसान) पर होगा।
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योग्यता शर्तें:
- लाभार्थी को दुग्ध उत्पादक गायों का मालिक होना चाहिए।
- लाभार्थी को दूध उत्पादक सहकारी समिति का सदस्य होना चाहिए।
- गाय को बीमा के समय स्वस्थ होना चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया:
पंजीकरण प्रक्रिया:
- पंजीकरण पृष्ठ पर जाएं: पंजीकरण पृष्ठ पर जाएं।
- आवश्यक विवरण भरें:
- पूरा नाम।
- पिता/पति का नाम (जो भी लागू हो)।
- जन्मतिथि।
- लिंग का चयन करें।
- जिला चुनें।
- आधार संख्या दर्ज करें।
- मोबाइल OTP सत्यापन: एक सक्रिय मोबाइल नंबर दर्ज करें, जिस पर OTP प्राप्त होगा। OTP को दर्ज करें और सत्यापन करें।
- पासवर्ड: सफल पंजीकरण के बाद एक पासवर्ड आपके मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा। इस पासवर्ड का उपयोग भविष्य में लॉगिन के लिए किया जाएगा।
आवेदन सबमिट करना:
- लॉगिन पृष्ठ पर जाएं: लॉगिन पृष्ठ पर जाएं और पंजीकृत मोबाइल नंबर और पासवर्ड से लॉगिन करें।
- आवेदक के विवरण: सिस्टम स्वचालित रूप से आपके पंजीकृत विवरण (जैसे मोबाइल नंबर, जिला, ब्लॉक, पिन कोड) भर देगा।
- अतिरिक्त विवरण प्रदान करें:
- प्रस्तावक का पूरा नाम।
- प्रस्तावक का पेशा और योग्यता।
- समर्थन दस्तावेज़ अपलोड करें:
- दूध उत्पादक सहकारी समिति की सदस्यता रसीद।
- प्रस्तावक की पासपोर्ट साइज फोटो।
- आवेदन सबमिट करें: सभी विवरण भरने के बाद “सबमिट” बटन पर क्लिक करें।
आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड।
- दूध उत्पादक सहकारी समिति की सदस्यता रसीद।
- प्रस्तावक की पासपोर्ट साइज फोटो।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ):
इस योजना में कौन-कौन सी बीमारियां कवर की जाती हैं?
इस योजना में पुरानी त्वचा रोग, HSBQ (हैमोरेजिक सेप्टिकिमिया और ब्लैक क्वार्टर) और अन्य कारणों से मृत्यु को कवर किया जाता है।
इस योजना के तहत अधिकतम मूल्य क्या है?
प्रत्येक गाय का अधिकतम मूल्य ₹60,000 है।
क्या दूध उत्पादक सहकारी समिति के सदस्य होने को प्राथमिकता दी जाती है?
हां, लाभार्थी को दूध उत्पादक सहकारी समिति का सदस्य होना आवश्यक है।
क्या केवल स्वस्थ गायों को ही बीमा किया जा सकता है?
हां, केवल स्वस्थ गायों को बीमा किया जा सकता है।
योजना को जिला स्तर पर कौन लागू करेगा?
योजना को जिला स्तर पर जिला ग्रामीण विकास अधिकारी (DRDO) लागू करेंगे।
आवेदन कैसे किया जा सकता है?।
इच्छुक उम्मीदवार ऑनलाइन पंजीकरण करके और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करके आवेदन कर सकते हैं।
क्या किसान केवल दूध देने वाली गायों का ही बीमा करा सकते हैं?
हां, इस योजना का उद्देश्य दूध देने वाली गायों का ही बीमा करना है।
क्या देर से आवेदन करने पर कोई दंड लगाया जाएगा?
इस योजना में देर से आवेदन करने पर दंड का उल्लेख नहीं है, लेकिन उम्मीदवारों को समयसीमा का पालन करना चाहिए।
क्या इस योजना से कोई दीर्घकालिक लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं?
हां, इस योजना का उद्देश्य आर्थिक विकास, पूंजी निर्माण और दीर्घकालिक सामाजिक सुधार है
यह योजना बिहार के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पशुपालन से जुड़े जोखिमों को कम करने और उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद करेगी।