Goat Unit Scheme: बकरी यूनिट योजना

बकरी यूनिट योजना (Goat Unit Scheme) मध्य प्रदेश सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य बकरी पालन के माध्यम से लाभार्थियों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाना है। इस योजना के तहत, बकरी पालन के अनुभव रखने वाले व्यक्तियों को 10+1 बकरी यूनिट खरीदने के लिए ग्रांट और लोन प्राप्त करने का अवसर दिया जाता है, जिसका उपयोग दूध और मांस उत्पादन के लिए किया जा सकता है। इस योजना के अंतर्गत, सामान्य वर्ग के लिए 40% सब्सिडी और SC/ST वर्ग के लिए 60% सब्सिडी प्रदान की जाती है, जो बकरी यूनिट की कुल लागत ₹77,456/- पर आधारित है।

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लाभ:

  1. वित्तीय सहायता:
  • सामान्य लाभार्थियों के लिए 40% सब्सिडी।
  • SC/ST लाभार्थियों के लिए 60% सब्सिडी।
  1. आर्थिक लाभ:
  • बकरी के दूध और मांस के उत्पादों की बिक्री से आय अर्जित करें।

योग्यता शर्तें:

  1. आवेदनकर्ता को मध्य प्रदेश का निवासी होना चाहिए।
  2. आवेदनकर्ता भूमिहीन श्रमिक, सीमांत किसान, या छोटे किसान होना चाहिए।
  3. आवेदनकर्ता को बकरी पालन का पूर्व अनुभव होना चाहिए।

आवेदन प्रक्रिया (ऑफलाइन):

  1. पशुपालन विभाग के नजदीकी संस्थान से संपर्क करें
  2. आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ जमा करें
  3. संबंधित बैंक से लोन स्वीकृति प्राप्त करें।
  4. बैंक से स्वीकृति मिलने पर विभाग बैंक को ग्रांट राशि जारी करेगा

आवश्यक दस्तावेज़:

  1. पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, वोटर आईडी)।
  2. पता प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली बिल)।
  3. जाति प्रमाण पत्र (SC/ST आवेदकों के लिए)।
  4. भूमि स्वामित्व प्रमाण (यदि आवश्यक हो)।
  5. बैंक खाता विवरण
  6. बकरी पालन का अनुभव प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)।
  7. कोई अन्य दस्तावेज़ (यदि आवश्यक हो)।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ):

इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?

बकरी पालन के माध्यम से लाभार्थियों की आर्थिक स्थिति को सुधारना और उन्हें दूध और मांस उत्पादन से आय प्राप्त करने के अवसर प्रदान करना।

Goat Unit Scheme के लिए कौन पात्र है?

मध्य प्रदेश के भूमिहीन श्रमिक, सीमांत किसान, और छोटे किसान, जिनके पास बकरी पालन का अनुभव है, इस योजना के लिए पात्र हैं।

योजना के तहत कौन सा वित्तीय समर्थन प्रदान किया जाता है?

सामान्य श्रेणी के लाभार्थियों के लिए 40% सब्सिडी और SC/ST लाभार्थियों के लिए 60% सब्सिडी प्रदान की जाती है।

इस योजना के तहत बकरी यूनिट की लागत कितनी है?

बकरी यूनिट की कुल लागत ₹77,456/- है।

योजना के लिए आवेदन करते समय कौन-कौन से दस्तावेज़ आवश्यक हैं?

पहचान प्रमाण, पता प्रमाण, जाति प्रमाण पत्र (SC/ST के लिए), भूमि स्वामित्व प्रमाण, बैंक खाता विवरण, बकरी पालन अनुभव प्रमाण पत्र, और अन्य दस्तावेज़ (यदि आवश्यक हो)।

मैं इस योजना के लिए आवेदन कैसे कर सकता हूँ?

आपको नजदीकी पशुपालन विभाग से संपर्क करके आवेदन पत्र भरना होगा और आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ जमा करना होगा। फिर बैंक से लोन स्वीकृति प्राप्त करनी होगी।

क्या यह योजना केवल SC/ST लाभार्थियों के लिए उपलब्ध है?

नहीं, यह योजना सामान्य वर्ग के लाभार्थियों के लिए भी उपलब्ध है, लेकिन SC/ST लाभार्थियों को अधिक सब्सिडी मिलती है।

क्या आवेदनकर्ताओं को बकरी पालन का अनुभव होना चाहिए?

हां, आवेदनकर्ताओं को बकरी पालन का पूर्व अनुभव होना चाहिए।

सामान्य वर्ग के आवेदकों को कितनी ग्रांट मिलती है?

सामान्य वर्ग के आवेदकों को 40% की ग्रांट मिलती है।

बकरी पालन से कौन से आर्थिक लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं?

बकरी पालन से दूध और मांस का उत्पादन होता है, जिससे किसानों को स्थिर आय प्राप्त होती है। इसके अलावा, बकरियों से उत्पन्न अन्य उत्पाद जैसे खाल और ऊन भी आय का स्रोत हो सकते हैं।

आवेदन फॉर्म कहां से प्राप्त किया जा सकता है?

आवेदन फॉर्म पशुपालन विभाग के नजदीकी संस्थान से प्राप्त किया जा सकता है।

यह योजना बकरी पालन को बढ़ावा देने और किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सकती है।

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